Phawara Sanyantra Yojana 2025: फव्वारा संयंत्र 75 प्रतिशत सब्सिडी, आवेदन शुरू

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Phawara Sanyantra Yojana 2025: फव्वारा संयंत्र योजना 2025 सिंचाई की एक ऐसी तकनीक है जिसे अपनाकर जल प्रबंधन के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। यह सिंचाई की एक उन्नत और आधुनिक विधि है।

Phawara Sanyantra Yojana 2025 की विशेषताएँ 🌾

इस विधि में सिंचाई क्यारियों में न करके पाइपों और आधारों के माध्यम से वर्षा के रूप में की जाती है। इसमें प्लास्टिक या एल्यूमिनियम पाइपों का उपयोग किया जाता है जिससे ऊँचे-ढलान, रेतीली, पहाड़ी और पथरीली किसी भी प्रकार की भूमि में सहजता से सिंचाई की जा सकती है।

यह जल संरक्षण विधि जल संरक्षण के साथ-साथ अपरदन निषेध तथा भू-संरक्षण में भी सहायक है। इस विधि से जल संरक्षण के साथ-साथ जल का अपव्यय भी नहीं होता है। क्यारी विधि की तुलना में फव्वारा चयन विधि कई प्रकार से लाभकारी है, जैसे कि सिंचाई पानी की 50-55 प्रतिशत बचत होती है और इसके कुशल उपयोग से उत्पादन में वृद्धि होती है।

Phawara Sanyantra Yojana 2025 सब्सिडी 💸

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  • सामान्य किसानों को 70% तथा लघु सीमांत अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/महिला किसानों को 75% सब्सिडी देय है।
  • यह सब्सिडी अधिकतम 5 हेक्टेयर क्षेत्र तक देय है।

Phawara Sanyantra Yojana 2025 पात्रता 🎓

  • किसान के पास कम से कम 0.2 हेक्टेयर सिंचित कृषि भूमि होनी चाहिए।

Phawara Sanyantra Yojana 2025 महत्वपूर्ण बिन्दु 🔍

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  • पात्र किसानों को सब्सिडी तभी देय होगी जब फव्वारा संयंत्र के लिए क्रय बिल उसी वित्तीय वर्ष का होगा जिसमें किसान ने फव्वारा संयंत्र के लिए आवेदन किया है।
  • भौतिक सत्यापन में निर्धारित मापदण्ड के अनुसार फव्वारा संयंत्र सही पाए जाने पर सब्सिडी राशि सीधे किसान के खाते में जमा कर दी जाएगी।

Phawara Sanyantra Yojana 2025 के लाभ 🌟

  • 50-55 प्रतिशत पानी की बचत।
  • उत्पादन में वृद्धि।
  • उच्च ढलान, रेतीली, पहाड़ी और पथरीली भूमि में आसान सिंचाई।
  • जल संरक्षण और कटाव रोकथाम में सहायक।
  • किसानों को वित्तीय सहायता।

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