हरियाणा में SC जाति को ᴅsᴄ और ᴏsᴄ 𝟸 भागों में बाटा: अब नया बनवाना होगा जाति प्रमाण पत्र: हरियाणा सरकार ने राज्य के अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय में बड़ा बदलाव करते हुए इसे दो भागों ‘डीएससी’ और ‘ओएससी’ में विभाजित कर दिया है। इस नई व्यवस्था के तहत अब एससी जाति से जुड़े लोगों को नया जाति प्रमाण पत्र बनवाना अनिवार्य होगा। सरकार के इस कदम को सामाजिक न्याय और कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
SC में 𝟸𝟶%आरक्षण का 𝟸 भागों में किया वर्गीकरण।
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DSC और OSC: क्या है विभाजन का उद्देश्य?
हरियाणा सरकार द्वारा अनुसूचित जाति समुदाय को DSC और OSC में बांटने का उद्देश्य इन समूहों को उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में शामिल करना है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि कल्याणकारी योजनाओं और सरकारी लाभों का सही तरीके से वितरण हो।
- DSC (Deprived Scheduled Castes): यह श्रेणी उन जातियों के लिए बनाई गई है जो अभी भी काफी हद तक पिछड़ी हुई हैं और जिनके पास सीमित संसाधन हैं।
- OSC (Other Scheduled Castes): इसमें वे जातियाँ शामिल हैं जो सामाजिक और आर्थिक रूप से थोड़ी बेहतर स्थिति में हैं।
नया जाति प्रमाण पत्र बनवाना क्यों आवश्यक है?
हरियाणा में इस नई व्यवस्था के तहत सभी SC जाति के लोगों को नए जाति प्रमाण पत्र बनवाने की आवश्यकता है ताकि उन्हें सही श्रेणी में स्थान दिया जा सके और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे मिल सके। नए जाति प्रमाण पत्र के बिना वे इस वर्गीकरण के तहत मिलने वाली सुविधाओं और आरक्षण का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
कैसे बनवाएं नया जाति प्रमाण पत्र?
नए जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदकों को संबंधित तहसील कार्यालय में आवेदन करना होगा। इसके साथ ही, ऑनलाइन आवेदन की भी सुविधा दी गई है, जहां उम्मीदवार हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी दस्तावेजों में जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, और परिवार पहचान पत्र आदि शामिल हैं।
प्रमाण पत्र की श्रेणी | वर्ग | लाभ |
---|---|---|
DSC | पिछड़ी हुई जातियाँ | विशेष सरकारी योजनाओं का लाभ |
OSC | अपेक्षाकृत उन्नत जातियाँ | आरक्षण और अन्य लाभ |
जिन-जिन जातियों का इसमें नाम है वह अपना जाति प्रमाण पत्र दोबारा बनवा ले ।
पहले इन जातियों का एससी सर्टिफिकेट बनता था लेकिन अब एससी को दो भागों में बांट दिया गया है
💁♂️ इनका डीएससी का सर्टिफिकेट बनेगा l
- धानक
- बाल्मीकि
- बंगाली
- बरार, बुरार, बरार
- बटवाल, बरवाला
- बौरिया, बावरिया
- बाजीगर
- भंजरा
- चनाल
- दागी
- दारैन
- देहा, धाय, धीया
- धर्मी
- ढोगरी, धांगरी, सिग्गी
- डुमना, महाशा, डूम
- गागरा
- गांधीला, गांडील गोंडोला 18. कबीरपंथी, जुलाहा
- खटीक
- कोरी, कोली
- मारिजा, मारेचा
- मजहबी, मजहबी सिख 23. मेघ. मेघवाल
- नट. बड़ी
- ओड
- पासी
- पेरना
- फेरेरा
- सनहाई
- सनहाल
- सांसी, भेड़कुट, मनेश
- सनसोई
- सपेला, सपेरा
- सरेरा
- सिकलीगर, बैरिया
- सिरकीबंद